Torrent Power Mega Investment in Madhya Pradesh: अनूपपुर जिले में कंपनी लगभग 22,000 करोड़ रुपये से 1,600 मेगावाट का अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्थापित कर रही है। यह प्रोजेक्ट राज्य को स्थिर बिजली, रोजगार और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगा।
Torrent Power Mega Investment in Madhya Pradesh: टोरेंट पावर का बड़ा कदम: अनूपपुर बनेगा ऊर्जा का हब
मध्य प्रदेश अब जल्द ही देश के ऊर्जा मानचित्र पर एक नई ऊँचाई हासिल करने जा रहा है। निजी क्षेत्र की अग्रणी बिजली कंपनी टोरेंट पावर लिमिटेड ने मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में लगभग 22,000 करोड़ रुपये के निवेश से 1,600 मेगावाट क्षमता वाला आधुनिक थर्मल पावर प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह निवेश न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए ऊर्जा सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है।
परियोजना की झलक
• स्थान: अनूपपुर जिला, मध्य प्रदेश
• क्षमता: 1,600 मेगावाट (800-800 MW की दो यूनिट्स)
• प्रौद्योगिकी: अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी (उच्च दक्षता और कम उत्सर्जन)
• निवेश राशि: लगभग 22,000 करोड़ रुपये
• मॉडल: DBFOO (डिज़ाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ओन एंड ऑपरेट)
• संपूर्ण बिजली आपूर्ति: मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (MPPMCL) को
• समय सीमा: पीपीए साइन होने की तारीख से 72 महीनों (करीब 6 साल) के भीतर परियोजना का संचालन शुरू होगा।
Torrent Power ka Madhya Pradesh me Mega Investment: परियोजना की प्रमुख विशेषताएँ
यह पावर प्लांट दो इकाइयों में स्थापित किया जाएगा, जिनमें प्रत्येक की क्षमता 800-800 मेगावाट होगी। कंपनी इस परियोजना को डिज़ाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ओन एंड ऑपरेट यानी DBFOO मॉडल पर विकसित करेगी। इससे उत्पादित पूरी बिजली मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (MPPMCL) को उपलब्ध कराई जाएगी। बिजली खरीद समझौते के बाद 72 महीनों यानी लगभग छह वर्षों के भीतर परियोजना को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।
अत्याधुनिक तकनीक से होगा संचालन
यह परियोजना साधारण नहीं बल्कि अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित होगी। इस तकनीक की खासियत यह है कि यह कम ईंधन में ज्यादा बिजली पैदा करती है और पारंपरिक पावर प्लांट्स की तुलना में प्रदूषण भी काफी कम करती है। भारत सरकार का लक्ष्य 2032 तक 80 गीगावाट अतिरिक्त कोयला आधारित क्षमता जोड़ने का है और टोरेंट पावर का यह प्रोजेक्ट उस लक्ष्य को हासिल करने में बड़ी भूमिका निभाएगा।
Torrent Power Mega Investment in Madhya Pradesh: राज्य और जनता के लिए फायदे
• स्थिर बिजली आपूर्ति: मध्य प्रदेश में औद्योगिक और शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है। इस प्रोजेक्ट से बिजली की कमी नहीं होगी।
• ग्रामीण इलाकों को लाभ: अनूपपुर और आसपास के जिले, जो अब तक सीमित विकास से जूझ रहे थे, अब औद्योगिक गतिविधियों का नया केंद्र बनेंगे।
• प्रदेश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता: राज्य अन्य राज्यों पर कम निर्भर रहेगा।
• राजस्व वृद्धि: कर और अन्य आर्थिक गतिविधियों से सरकार को भी बड़े राजस्व की प्राप्ति होगी।
कोयले की आपूर्ति और शक्ति नीति
इस पावर प्लांट को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यक कोयला कोयला मंत्रालय की “शक्ति नीति” के तहत उपलब्ध कराया जाएगा। इससे ईंधन आपूर्ति की कोई बड़ी समस्या नहीं होगी और बिजली उत्पादन लगातार जारी रह सकेगा। इस नीति के कारण निवेशकों और कंपनी दोनों को दीर्घकालिक स्थिरता की गारंटी मिलती है।
Competitive Bidding में मिली सफलता
टोरेंट पावर को यह प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (MPPMCL) द्वारा आयोजित Competitive Bidding प्रक्रिया के जरिए मिला है। कंपनी ने प्रति यूनिट ₹5.829 की दर पर यह प्रोजेक्ट हासिल किया।
यह दर भविष्य में बिजली उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद रहेगी क्योंकि यह लागत-प्रभावी और स्थिर बिजली दर सुनिश्चित करती है।
Torrent Power Mega Investment in Madhya Pradesh: प्रदेश और जनता को होने वाले लाभ
इस परियोजना से प्रदेश की बिजली जरूरतें काफी हद तक पूरी हो सकेंगी। उद्योगों को स्थिर बिजली मिलेगी, कृषि क्षेत्र को राहत मिलेगी और घरेलू उपभोक्ताओं को कटौती से छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही अनूपपुर जैसे क्षेत्र में औद्योगिक विकास की संभावनाएँ भी तेज होंगी। राज्य सरकार को कर और अन्य आर्थिक गतिविधियों से भारी राजस्व की प्राप्ति होगी, जो आगे चलकर सामाजिक विकास कार्यों में उपयोग होगा।
पर्यावरणीय दृष्टिकोण से सुरक्षित
हालांकि यह परियोजना कोयला आधारित है, लेकिन अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल तकनीक का उपयोग इसे अपेक्षाकृत पर्यावरण अनुकूल बनाता है। इस तकनीक से कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा। साथ ही प्रदूषण नियंत्रण उपकरण और फ्लाई ऐश प्रबंधन की आधुनिक व्यवस्था भी इसमें लागू की जाएगी। इससे विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाने में मदद मिलेगी।
Torrent Power Mega Investment in Madhya Pradesh: टोरेंट पावर की भूमिका और विज़न
टोरेंट पावर पहले से ही गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में बिजली उत्पादन और वितरण का मजबूत नेटवर्क रखती है।
कंपनी के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक जिनल मेहता का कहना है –
“टोरेंट पावर का यह निवेश न केवल कंपनी के लिए बल्कि देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में भी मील का पत्थर साबित होगा। हमारा लक्ष्य उच्च दक्षता वाली तकनीक के जरिए बिजली उत्पादन करना और देश के सतत विकास में योगदान देना है।”
निष्कर्ष
अनूपपुर में बनने वाला यह 1,600 मेगावाट का थर्मल पावर प्रोजेक्ट सिर्फ एक औद्योगिक निवेश नहीं बल्कि मध्य प्रदेश की विकास यात्रा का नया अध्याय होगा। लगभग 22,000 करोड़ रुपये का यह निवेश प्रदेश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाएगा, हजारों रोजगार पैदा करेगा और स्थानीय स्तर पर सामाजिक-आर्थिक विकास को नई गति देगा। टोरेंट पावर का यह कदम आने वाले समय में मध्य प्रदेश को भारत की ऊर्जा राजधानी के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित होगा।
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