The India Data Revolution: 5 साल में 590MW से 1.4GW तक की जबरदस्त ग्रोथ, $6.5 बिलियन का निवेश – क्या भारत बनेगा डेटा सुपरपावर?
भारत का डेटा सेंटर इंडस्ट्री जबरदस्त तेजी से आगे बढ़ रहा है। 2019 में जहां इसकी कुल क्षमता 590 मेगावाट (MW) थी, वहीं 2024 तक यह 1.4 गीगावाट (GW) तक पहुंच चुकी है। यह 139% की ऐतिहासिक वृद्धि दर्शाता है, जो भारत की डिजिटल इकॉनमी के बढ़ते प्रभाव और 5G, क्लाउड कंप्यूटिंग, AI और IoT जैसी अल्ट्रा – मॉडर्न टेक्नोलॉजी की मांग को दर्शाता है।
एक्सपर्ट का मानना है कि 2025 की पहली तिमाही में इस सेक्टर में बिलियनों डॉलर का इन्वेस्टमेंट आ चुका है, और साल के अंत तक भारत की कुल डेटा सेंटर क्षमता 3.5 GW तक पहुंच सकती है।
डेटा सेंटर सेक्टर में 10 साल में $6.5 बिलियन का भारी इन्वेस्टमेंट
भारत का डेटा सेंटर सेक्टर लगातार निवेशकों के अट्रैक्शन का केंद्र बना हुआ है। पिछले 10 वर्षों में इस सेक्टर में $6.5 बिलियन (लगभग 54,000 करोड़ रुपये) का इन्वेस्टमेंट हुआ है। 2025 की पहली तिमाही में ही डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी फंडिंग आई है, जिससे भारत वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख डेटा हब के रूप में उभरने की ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है।
डेटा सेंटर में तेजी से हो रहे, इन्वेस्टमेंट के पीछे मुख्य कारण
✅ 5G, क्लाउड कंप्यूटिंग और IoT की मांग में भारी इज़ाफा।
✅ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के बढ़ते उपयोग।
✅ डेटा लोकलाइजेशन पॉलिसी और सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया को बढ़ावा।
✅ फिनटेक, ई-कॉमर्स और स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए डेटा की बढ़ती जरूरत।
भारत के उभरते डेटा हब – कौन से शहर बना रहे हैं, अपनी खास पहचान?
भारत में डेटा सेंटर सेक्टर सिर्फ मुंबई और बेंगलुरु तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब कई नए शहर तेजी से उभर रहे हैं:
🔹 मुंबई – भारत का सबसे बड़ा डेटा सेंटर हब, जहां 35% से अधिक डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है।
🔹 दिल्ली-एनसीआर – तेजी से बढ़ता हब, जहां क्लाउड और AI कंपनियों का विस्तार हो रहा है।
🔹 बेंगलुरु और हैदराबाद – IT और स्टार्टअप्स के कारण प्रमुख इन्वेस्टमेंट का केंद्र।
🔹 चेन्नई और पुणे – कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के कारण तेजी से उभरते डेटा सेंटर हब।
2025 और उससे आगे – कितना आगे बढ़ेगा भारत का डेटा सेंटर इकोसिस्टम?
2025 के अंत तक डेटा सेंटर क्षमता 3.5 GW तक पहुंच सकती है।
$8 बिलियन से अधिक का अतिरिक्त निवेश होने की संभावन।
AI, मेटावर्स और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) के लिए नए डेटा सेंटर स्टैब्लिश होंग।
भारत जल्द ही एशिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर हब बन सकता है!