School Chalein Hum Abhiyan 2025: मध्यप्रदेश का शिक्षा क्रांति मिशन! ‘स्कूल चलें हम’ से कैसे? बदलेगी लाखों बच्चों की ज़िंदगी!
भारत में शिक्षा हर बच्चे का मौलिक अधिकार है, लेकिन आज भी लाखों बच्चे स्कूलों से दूर हैं। इसी को बदलने के लिए ‘स्कूल चलें हम’ अभियान को 2025 में, और भी मजबूत तरीके से चलाया जा रहा है। यह अभियान बच्चों को स्कूल भेजने के लिए एक जन आंदोलन की तरह काम करेगा। सरकार के इस पहल को, शिक्षकों, अभिभावकों और समाज के सहयोग से मजबूती मिलेगी और लाखों बच्चों का भविष्य रोशन करने का सपना साकार होगा।
“स्कूल चलें हम” अभियान क्या है?
“स्कूल चलें हम” अभियान एक सरकारी पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य सभी बच्चों को स्कूलों में नामांकित कराना और उनकी शिक्षा सुनिश्चित करना है। खासकर उन बच्चों को, जो किसी कारणवश पढ़ाई से वंचित रह गए हैं।
इस साल के अभियान की मुख्य बातें:
✅ प्रवेशोत्सव कार्यक्रम 2025 का आयोजन 1 से 4 अप्रैल तक होगा।
✅ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस अभियान का नेतृत्व करेंगे।
✅ बच्चों और अभिभावकों को जागरूक करने के लिए विभिन्न मोटिवेशनल प्रोग्राम आर्गनाइज्ड किए जाएंगे।
✅गवर्नमेंटल स्कूलों में अधिक से अधिक स्टूडेंट्स का एनरोलमेंट कनफर्म्ड किया जाएगा।
‘स्कूल चलें हम’ अभियान का मुख्य उद्देश्य
हर बच्चे तक शिक्षा पहुंचाना: ऐसे बच्चे जो किसी भी कारणवश स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, उन्हें शिक्षित करना।
गरीब और पिछड़े वर्ग के बच्चों को मुख्यधारा में लाना: वंचित कम्युनिटीज के बच्चों को शिक्षा से जोड़ना।
छात्रों की ड्रॉपआउट दर कम करना: जो बच्चे किसी कारणवश स्कूल छोड़ चुके हैं, उन्हें वापस लाना।
गुणवत्तापूर्ण एजुकेशन सुनिश्चित करना: केवल नामांकन ही नहीं, बल्कि बच्चों को बेहतरीन शिक्षा देना।
भारत में अभी भी लाखों बच्चे ऐसे हैं, जो गरीबी, सामाजिक कुरीतियों या अवेयरनेस की कमी के कारण शिक्षा से दूर हैं। यह अभियान इन सभी बाधाओं को तोड़कर, हर बच्चे को शिक्षा का अवसर देने के लिए शुरू किया गया है।
2025 के ‘स्कूल चलें हम’ अभियान में क्या नया होगा?
✅ डिजिटल शिक्षा पर जोर: स्मार्ट क्लासेस, ई-लर्निंग और ऑनलाइन रिसोर्सेज से बच्चों को पढ़ाने की योजना।
✅ अभिभावकों को जागरूक करना: माता-पिता को शिक्षित करने के लिए विशेष कार्यक्रम।
✅ विद्यालयों की बुनियादी सुविधाओं में सुधार: स्वच्छ शौचालय, पेयजल और लाइब्रेरी की व्यवस्था।
✅ गांव-गांव में शिक्षा रथ: मोबाइल स्कूल्स के जरिए दूर-दराज के क्षेत्रों तक शिक्षा पहुंचाना।
✅ छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन योजनाएं: वंचित बच्चों को स्कूल जाने के लिए आर्थिक सहायता देना।
इस अभियान से क्या लाभ होंगे?
✅ शिक्षा दर में वृद्धि होगी, जिससे देश में अधिक शिक्षित नागरिक होंगे।
✅ गरीब और वंचित तबकों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी।
✅ ड्रॉपआउट बच्चों को वापस स्कूल लाने में मदद मिलेगी।
✅ सरकारी स्कूलों में बेहतर संसाधनों और सुविधाओं का विकास होगा।
✅ शिक्षा के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ेगी और माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित होंगे।
‘स्कूल चलें हम’ अभियान की अब तक की उपलब्धियां
🔹 2010-2020 के बीच 1 करोड़ से अधिक बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाया गया।🔹 बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 5000+ स्कूलों में विशेष योजनाएं लागू की गईं।🔹 ड्रॉपआउट दर में 30% की गिरावट आई।🔹 सैकड़ों NGO और समाजसेवी संस्थाएं इस मुहिम से जुड़ चुकी हैं।
आइए, इस मुहिम का हिस्सा बनें!
सरकार अकेले यह लक्ष्य हासिल नहीं कर सकती। हमें भी आगे आकर, उन बच्चों को स्कूल भेजने में मदद करनी होगी, जो अब तक शिक्षा से वंचित हैं। यह हमारा कर्तव्य भी है और सामाजिक जिम्मेदारी भी।
🔹 अगर आपके आसपास कोई बच्चा स्कूल नहीं जाता है, तो उसके माता-पिता को जागरूक करें।🔹 स्थानीय NGOs और स्कूलों से संपर्क कर इस अभियान में भाग लें।🔹 #SchoolChaleHum हैशटैग के साथ इस मुहिम को सोशल मीडिया पर फैलाएं।
आइए, हम सब मिलकर हर बच्चे को शिक्षा दें और एक उज्जवल भारत का निर्माण करें!