RBI Changed Saving Account Rules New Update 2025: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 1 सितंबर से सेविंग्स अकाउंट के नियम बदल दिए हैं। अब न्यूनतम बैलेंस, ATM चार्ज और ब्याज की गणना को लेकर ग्राहकों को नए फायदे मिलेंगे। जानिए पूरी जानकारी।
RBI Changed Saving Account Rules New Update 2025: बड़ा बदलाव: सेविंग्स अकाउंट धारकों के लिए RBI के नए नियम
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बचत खाताधारकों के हितों को ध्यान में रखते हुए 1 सितंबर 2025 से कुछ नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों का सीधा असर देशभर के करोड़ों ग्राहकों पर होगा। खास बात यह है कि यह बदलाव बैंकिंग सेक्टर में पारदर्शिता लाने और ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के उद्देश्य से किए गए हैं।
क्यों लाए गए ये नए नियम?
पिछले कुछ वर्षों में जनधन योजना और डिजिटल लेन-देन के चलते सेविंग्स अकाउंट धारकों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है। लेकिन अलग-अलग बैंक अपने-अपने हिसाब से चार्ज, न्यूनतम बैलेंस और ब्याज की गणना करते थे। ग्राहकों को अक्सर छिपे हुए शुल्क या असमान ब्याज दरों का सामना करना पड़ता था। इन्हीं समस्याओं को खत्म करने के लिए RBI ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
RBI Changed Saving Account Rules New Update 2025: नए नियमों की मुख्य बातें
- ब्याज की गणना (Interest Calculation)
अब सभी बैंक सेविंग्स अकाउंट का ब्याज रोज़ाना आधार (Daily Basis) पर देंगे। इससे ग्राहकों को उनके जमा पैसों पर सही और पारदर्शी ब्याज मिलेगा। - न्यूनतम बैलेंस चार्ज (Minimum Balance Charges)
अगर किसी खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं रहता, तो बैंक को स्पष्ट रूप से यह बताना होगा कि कितनी पेनल्टी लगेगी। छिपे हुए चार्ज अब संभव नहीं होंगे। - फ्री ATM ट्रांजेक्शन (Free ATM Transactions)
अब हर ग्राहक को हर महीने एक तयशुदा संख्या तक फ्री ATM ट्रांजेक्शन मिलेंगे। इसके बाद जो भी शुल्क लगेगा, वह सभी बैंकों में समान होगा। - अकाउंट पोर्टेबिलिटी (Account Portability)
मोबाइल नंबर की तरह ही अब ग्राहक अपने सेविंग्स अकाउंट को आसानी से एक बैंक से दूसरे बैंक या शाखा में शिफ्ट कर पाएंगे। इससे बैंक बदलना और भी आसान हो जाएगा।
ग्राहकों पर असर
इन नए नियमों का फायदा सीधे आम ग्राहकों को होगा।
• शहरी ग्राहकों के लिए ATM ट्रांजेक्शन और सर्विस चार्ज में पारदर्शिता आएगी।
• ग्रामीण और छोटे खाताधारकों को रोज़ाना ब्याज गणना का लाभ मिलेगा, जिससे छोटी-छोटी बचत पर भी सही ब्याज मिलेगा।
नए नियम बनाम पुराने नियम (तुलना सारणी)
| फीचर | पहले का नियम | नया RBI नियम 2025 | ग्राहकों को फायदा |
| ब्याज गणना | मासिक/त्रैमासिक | दैनिक आधार पर | ज्यादा और सही ब्याज |
| न्यूनतम बैलेंस पेनल्टी | हर बैंक का अलग नियम, पारदर्शिता की कमी | स्पष्ट खुलासा अनिवार्य | छिपे शुल्क नहीं लगेंगे |
| फ्री ATM ट्रांजेक्शन | हर बैंक का अलग नियम | सभी बैंकों में समान | ग्राहकों को समान सुविधा |
| अकाउंट पोर्टेबिलिटी | जटिल और लंबी प्रक्रिया | आसान और सरल | ग्राहक सुविधा में बढ़ोतरी |
ग्राहकों को अब क्या करना चाहिए?
• अपने बैंक की नई शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
• अगर कोई बैंक चार्जेस या नियम छिपाता है तो शिकायत सीधे बैंकिंग लोकपाल (Banking Ombudsman) से की जा सकती है।
• अपनी बचत को रोज़ाना ब्याज गणना वाले अकाउंट में रखें ताकि अधिक लाभ मिले।
RBI Changed Saving Account Rules New Update 2025: निष्कर्ष
RBI के नए नियम न सिर्फ बैंकिंग सिस्टम को पारदर्शी बनाएंगे बल्कि ग्राहकों को भी सशक्त करेंगे। न्यूनतम बैलेंस से लेकर ATM चार्ज तक, हर बदलाव का सीधा फायदा अब आम आदमी को मिलेगा।
आरबीआई के नए बचत खाता नियम न केवल ग्राहकों के अधिकारों को मजबूत करते हैं बल्कि बैंकों की जवाबदेही भी बढ़ाते हैं। पहले जहां ग्राहक छिपे हुए चार्जेज और असमान ब्याज दरों से परेशान रहते थे, अब उन्हें पारदर्शी और समान सुविधा मिलेगी। खासकर ग्रामीण और छोटे बचत करने वालों के लिए यह नियम आर्थिक सुरक्षा की गारंटी साबित होंगे। यह बदलाव वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देगा और हर खातेधारक को बैंकिंग सेवाओं का सही लाभ दिलाने में मदद करेगा।
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