अमृत तुल्य भारतीय देसी गाय का दूध और उसकी विशेषताएं:
भारतीय नस्ल की देसी गाय का दूध आयुर्वेद में अमृत समान माना गया है। इसकी न्यूट्रिशनल कैपेसिटी और औषधीय गुणों के कारण डॉक्टर इसे हर आयु वर्ग के लिए उपयुक्त मानते हैं। यह केवल एक आहार नहीं, बल्कि शरीर को ऊर्जा, रोग प्रतिरोधक क्षमता और मानसिक शक्ति प्रदान करने वाला कम्पलीट न्यूट्रिशनल सोर्स है।
भारतीय देसी गाय का दूध अमृत समान:
गाय का दूध पचाने में आसान, बैलेंस्ड नुट्रिशन से भरपूर और सात्त्विक गुणों से युक्त होता है। यह न केवल बच्चों के लिए बल्कि ओल्ड ऐज के लोगो और रोगियों के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। गाय का दूध स्वास्थ्य, ऊर्जा और दीर्घायु का प्राकृतिक वरदान है।

⭐देसी गाय के दूध की प्रमुख विशेषताएँ:
माँ के दूध के बाद, बच्चों के लिए सर्वोत्तम-
देसी गाय का दूध प्राकृतिक पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसलिए इसे बच्चों के लिए माँ के दूध के बाद सबसे उत्तम आहार माना गया है। यह बच्चों की हड्डियों और मांसपेशियों के विकास में सहायक होता है।
Digestible और ऊर्जा प्रदान करने वाला-
देसी गाय का दूध अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में आसानी से पच जाता है और शरीर को संपूर्ण ऊर्जा प्रदान करता है। यह शरीर की सातों धातुओं (रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा और शुक्र) को पोषण देने में सहायक होता है।
आयुर्वेदिक रसायन और प्राकृतिक टॉनिक-
आयुर्वेद में इसे एक अद्भुत रसायन (टॉनिक) माना गया है, जो दुर्बल, रोगियों और बुजुर्गों को नवजीवन प्रदान करता है।
ओज और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला-
गाय का दूध रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को बढ़ाने में सहायक है। यह शरीर को बल, स्फूर्ति और ऊर्जा प्रदान करता है और वृद्धावस्था के प्रभावों को धीमा करता है।
मस्तिष्क और याददाश्त को तेज करने वाला-
यह मस्तिष्क की कोशिकाओं को पोषण देकर बुद्धि, स्मरण शक्ति और एकाग्रता को बढ़ाता है। बच्चों, विद्यार्थियों और मानसिक कार्य करने वालों के लिए यह बेहद फायदेमंद है।

✔️कई रोगों में फायदेमंद-
गाय का दूध वात-पित्त संतुलन बनाए रखता है और निम्नलिखित रोगों में लाभकारी है–
टीबी (क्षयरोग), पुराना बुखार, पाचन संबंधी समस्याएँ
मूत्र विकार, पेट के रोग, रक्तपित्त
मानसिक तनाव, अनिद्रा, थकान और कमजोरी
शीघ्र पाचन और वीर्य वृद्धि में सहायक-
यह दूध कमजोर, वृद्ध और कम वजन वाले व्यक्तियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसका नियमित सेवन वीर्यवृद्धि और शारीरिक बल में वृद्धि करता है।
प्रोटीन से भरपूर-
गाय के दूध में उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन होता है, जो शरीर में नई कोशिकाओं के निर्माण और विकास में सहायक होता है।
सात्त्विक आहार और mental purification-
गाय का दूध सात्त्विक गुणों से भरपूर होता है, जिससे मन में अच्छे विचार आते हैं और सकारात्मकता बनी रहती है। यह मानसिक शांति और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
👉 विशेष सुझाव
कफ की समस्या वालों के लिए:** दूध में 2-3 काली मिर्च और आधा ग्राम सोंठ मिलाकर सेवन करना लाभकारी होता है।
⚠ सावधानियाँ- कब न पिएँ?
अगर किसी को नया बुखार, त्वचा रोग, दस्त, कृमि, गठिया, दमा (Asthma), खाँसी या कफ संबंधी समस्या हो तो दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
भारतीय देसी गाय का दूध अपने अनोखे पोषण और औषधीय गुणों के कारण ‘धरतीलोक का अमृत‘ कहलाता है। यह शरीर को स्वस्थ, बुद्धि को तेज और मन को प्रसन्न बनाने वाला है। इसलिए, हमें अपने आहार में देसी गाय के दूध को शामिल करना चाहिए और स्वस्थ जीवन की ओर बढ़ना चाहिए।