Pradhan Mantri Ujjwala PMUY 2.0 2025: Pradhan Mantri Ujjwala Yojana 2.0 के तहत ग्रामीण और गरीब परिवारों की महिलाओं को मुफ्त LPG कनेक्शन, पहला रिफिल और स्टोव मिल रहा है। जानिए आवेदन प्रक्रिया, पात्रता, फायदे और जरूरी डॉक्यूमेंट्स।
Pradhan Mantri Ujjwala PMUY 2.0 2025: प्रधानमंत्री ने महोबा से की उज्ज्वला 2.0 की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 अगस्त 2021 को उत्तर प्रदेश के महोबा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उज्ज्वला योजना 2.0 (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana – PMUY) की शुरुआत की।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने लाभार्थी महिलाओं को नए एलपीजी कनेक्शन सौंपे और उनसे संवाद भी किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने उज्ज्वला योजना के महत्व पर प्रकाश डाला और पूरे देश को संबोधित करते हुए कहा कि यह योजना केवल गैस कनेक्शन देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह गरीब परिवारों की जिंदगी को आसान और सम्मानजनक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
Pradhan Mantri Ujjwala PMUY 2.0 2025: महंगी लकड़ी और धुएँ से आज़ादी
गांव की रसोई की तस्वीरें किसी भी इंसान का दिल दहला देती थीं। एक छोटा सा कमरा, जिसमें लकड़ी या गोबर के उपलों का धुआं भर जाता और घंटों खाना बनाने वाली महिलाओं की आंखों से पानी बहता रहता। यह केवल असुविधा नहीं थी, बल्कि धीरे-धीरे उनकी सेहत पर गहरा असर डालने वाला जहर था।
इसी स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने साल 2016 में एक ऐतिहासिक कदम उठाया और शुरू की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY)। इस योजना का मकसद था – हर गरीब परिवार की रसोई से धुआं हटाकर वहां साफ-सुथरी और सुरक्षित रसोई का उजाला लाना।
Pradhan Mantri Ujjwala PMUY 2.0 2025: उज्ज्वला योजना की शुरुआत और विस्तार
Pradhan Mantri Ujjwala PMUY 2.0 2025: उज्ज्वला 1.0 से उज्ज्वला 2.0 तक की यात्रा
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत साल 2016 में हुई थी, जब लक्ष्य रखा गया था कि बीपीएल परिवारों की 5 करोड़ महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिया जाएगा। इसके बाद अप्रैल 2018 में इस योजना का दायरा बढ़ाकर इसमें सात और श्रेणियों की महिलाओं को शामिल किया गया, जिनमें एससी/एसटी, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभार्थी, अंत्योदय अन्न योजना, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, चाय बागान श्रमिक, वनवासी और द्वीप क्षेत्रों में रहने वाले लोग शामिल थे। इस विस्तार के साथ लक्ष्य को बढ़ाकर 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि यह लक्ष्य अगस्त 2019 में ही पूरा कर लिया गया, जो निर्धारित समय सीमा से पूरे सात महीने पहले था। लेकिन जैसे-जैसे जरूरत और मांग बढ़ी, सरकार ने इसे उज्ज्वला योजना 2.0 के रूप में और बेहतर बनाया।
नई स्कीम में न सिर्फ मुफ्त कनेक्शन बल्कि पहली रिफिल और गैस चूल्हा भी मुफ्त दिया जाने लगा, ताकि परिवारों को गैस लेने में शुरुआती आर्थिक दिक्कत का सामना न करना पड़े।
उज्ज्वला 2.0 का असली असर
आज देश के गांव-गांव में यह योजना महिलाओं की जिंदगी बदल रही है। अब रसोई में न धुआं है, न खांसी की आवाजें। महिलाएं पहले से ज्यादा सुरक्षित माहौल में खाना बना रही हैं और बच्चों की सेहत पर भी सकारात्मक असर दिख रहा है।
Pradhan Mantri Ujjwala PMUY 2.0 2025: पात्रता – कौन ले सकता है लाभ?
उज्ज्वला 2.0 का फायदा लेने के लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं।
• लाभार्थी केवल महिला होनी चाहिए और उसकी उम्र 18 साल या उससे अधिक होनी चाहिए।
• परिवार में पहले से कोई LPG कनेक्शन नहीं होना चाहिए।
• महिला SC, ST, अति पिछड़ा वर्ग, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभार्थी, अंत्योदय अन्न योजना, चाय बागान या जंगल क्षेत्र की जनजातियाँ, नदी या द्वीप पर रहने वाले लोग और SECC सूची में दर्ज गरीब परिवारों से हो सकती है।

Pradhan Mantri Ujjwala PMUY 2.0 2025: जरूरी दस्तावेज
• आधार कार्ड
• राशन कार्ड या परिवार का विवरण देने वाला राज्य सरकार का दस्तावेज
• बैंक पासबुक और IFSC कोड
• परिवार के अन्य सदस्यों के आधार कार्ड
• पासपोर्ट साइज फोटो
Pradhan Mantri Ujjwala PMUY 2.0 2025: आर्थिक मदद और लाभ
सरकार हर नए कनेक्शन पर लगभग ₹2200 की सहायता देती है। इसमें सिलेंडर की सिक्योरिटी राशि, रेगुलेटर, पाइप, उपभोक्ता कार्ड और इंस्टॉलेशन चार्ज शामिल हैं।
इसके साथ ही –
• पहला सिलेंडर मुफ्त दिया जाता है।
• गैस चूल्हा (हॉट प्लेट) भी मुफ्त उपलब्ध कराया जाता है।
• जरूरत पड़ने पर छोटे 5 किलो के सिलेंडर का विकल्प भी मिलता है।
Pradhan Mantri Ujjwala PMUY 2.0 2025: आवेदन की प्रक्रिया
आवेदन करना बेहद आसान है।
- सबसे पहले नज़दीकी LPG डिस्ट्रीब्यूटर या उज्ज्वला केंद्र पर जाएं।
- वहां आवेदन पत्र भरें और जरूरी दस्तावेज जमा करें।
- अब तो ऑनलाइन आवेदन की भी सुविधा है। इसके लिए आप आधिकारिक पोर्टल (pmuy.gov.in) पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
- आवेदन की जांच पूरी होने पर आपको कनेक्शन, गैस सिलेंडर और चूल्हा उपलब्ध करा दिया जाता है।
नई तकनीक से आसान हुआ काम
योजना में अब Aadhaar आधारित e-KYC का विकल्प भी जोड़ा गया है। महिला लाभार्थी अपने स्मार्टफोन से ही Face Biometric Authentication कर सकती हैं। इससे प्रक्रिया और पारदर्शी व तेज हो गई है।
रोजगार और सशक्तिकरण
इस योजना ने न केवल महिलाओं को धुएं से आज़ादी दी, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी मजबूत किया।
• महिलाएं अब समय बचाकर छोटे-मोटे कामकाज कर रही हैं।
• गांव में LPG डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बढ़ने से स्थानीय स्तर पर रोजगार भी पैदा हुआ है।
• सामाजिक दृष्टि से भी महिलाओं को सम्मान मिला है क्योंकि अब वे आधुनिक और सुरक्षित रसोई का हिस्सा बन गई हैं।
एक बदली हुई तस्वीर
कल्पना कीजिए उस गांव की जहां हर घर में अब गैस का चूल्हा जलता है। पहले जहां बच्चे धुएं में खांसते थे, अब वे आराम से पढ़ाई कर पा रहे हैं। महिलाएं समय बचाकर छोटे व्यवसाय कर रही हैं और परिवारों का स्वास्थ्य बेहतर हुआ है।
यह केवल एक सरकारी योजना नहीं बल्कि एक सामाजिक क्रांति है जिसने भारत के गांवों की तस्वीर बदल दी है।
समाज और पर्यावरण पर असर
उज्ज्वला योजना सिर्फ गरीबों की मदद तक सीमित नहीं है। यह देश के पर्यावरण और जलवायु संरक्षण में भी योगदान दे रही है।
पहले गांव-गांव में जंगल से लकड़ियां काटी जाती थीं, जिससे वनों की कटाई बढ़ती थी। गोबर और लकड़ी जलने से कार्बन उत्सर्जन बढ़ता था। लेकिन अब लाखों घर गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे धुएं और प्रदूषण में भारी कमी आई है।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2.0 ने साबित कर दिया है कि सही नीति और मजबूत इच्छाशक्ति से देश की सबसे बड़ी समस्याओं का समाधान संभव है। इस योजना ने सस्ती, सुरक्षित और साफ ऊर्जा को हर गरीब घर तक पहुंचाकर महिलाओं के जीवन को आसान बना दिया है।
यदि आप या आपका कोई जानकार अब भी इस योजना से वंचित है, तो आज ही आवेदन करें। क्योंकि यह केवल गैस कनेक्शन नहीं, बल्कि एक बेहतर जीवन, बेहतर स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य का वादा है।
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