Bharatpur Rajsthan Legal Case 2025: शाहरुख़ और दीपिका पर कार ब्रांडिंग केस, राजस्थान में फिर दर्ज | हुंडई गाड़ियों में खामी और करोड़ों की ब्रांडिंग इनकम पर उठे सवाल।
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान और टॉप एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण एक ऐसे कानूनी मामले में उलझ गए हैं, जिसने मनोरंजन जगत और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री दोनों में हलचल मचा दी है। भरतपुर के अधिवक्ता किरती सिंह ने अपनी Hyundai Alcazar SUV में गंभीर तकनीकी खामियों की शिकायत करते हुए दोनों सितारों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि यह गाड़ी उन्होंने साल 2022 में करीब ₹23.97 लाख में खरीदी थी। शुरुआती कुछ महीनों तक सब सामान्य रहा, लेकिन उसके बाद गाड़ी में ऐसी दिक्कतें आने लगीं, जो सीधे सुरक्षा से जुड़ी थीं।
Bharatpur Rajsthan Legal Case 2025: कार में सामने आई खामियाँ
अधिवक्ता ने FIR में साफ लिखा है कि गाड़ी कुछ ही महीनों में निम्न समस्याओं से जूझने लगी –
• स्पीड न बढ़ने पर RPM का अचानक हाई होना
• इंजन मैनेजमेंट सिस्टम की वार्निंग बार-बार दिखना
• उच्च गति पर पूरे वाहन का कंपन करना
जब उन्होंने इन समस्याओं की शिकायत डीलरशिप और कंपनी से की, तो कंपनी ने इसे “मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट” बताया। लेकिन समाधान के बजाय सिर्फ अस्थायी उपाय सुझाए गए, जिससे उपभोक्ता को कोई स्थायी राहत नहीं मिली।
निराश होकर अधिवक्ता ने न्यायिक रास्ता अपनाया। कोर्ट के निर्देश के बाद भरतपुर के मथुरा गेट थाना पुलिस ने FIR दर्ज कर ली।
Bharatpur Rajsthan Legal Case 2025: सितारों का असर- शाहरुख और दीपिका क्यों घिरे?
• शाहरुख खान 1998 से Hyundai के ब्रांड एंबेसडर हैं और लंबे समय से इस ब्रांड का चेहरा रहे हैं।
• दीपिका पादुकोण दिसंबर 2023 में Hyundai फैमिली से जुड़ीं।
“अधिवक्ता का आरोप है कि इन दोनों सितारों की विश्वसनीय छवि और लोकप्रियता ने उन्हें इस ब्रांड की गाड़ी खरीदने के लिए प्रेरित किया। FIR में दावा किया गया है कि अगर ये दोनों स्टार्स Hyundai का प्रचार न कर रहे होते, तो शायद वह यह गाड़ी नहीं खरीदते।”
Consumer Protection Act, 2019 के तहत अब सेलिब्रिटी एंडोर्सर्स पर भी कानूनी जिम्मेदारी तय की जा सकती है, अगर उनका विज्ञापन “भ्रामक” या “misleading” पाया जाता है।
Bharatpur Rajsthan Legal Case 2025: ब्रांडिंग और मोटी कमाई–
बॉलीवुड स्टार्स और ब्रांडिंग का रिश्ता बहुत पुराना है।
• शाहरुख खान 30 से ज्यादा कंपनियों के ब्रांड फेस रह चुके हैं। उनकी नेटवर्थ करीब ₹6300 करोड़ आंकी जाती है।
• दीपिका पादुकोण भी लग्ज़री ब्रांड्स से लेकर FMCG और ऑटोमोबाइल कंपनियों तक कई ब्रांड्स की एंबेसडर रही हैं। उनकी नेटवर्थ लगभग ₹500 करोड़ है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, Hyundai के साथ किए गए ब्रांडिंग कॉन्ट्रैक्ट से दोनों कलाकारों को कई करोड़ रुपये की रकम मिली है। यही वजह है कि शिकायतकर्ता ने इसे सिर्फ कार की खराबी नहीं बल्कि “भरोसे के साथ धोखाधड़ी” बताया है।
Bharatpur Rajsthan Legal Case 2025: Hyundai कंपनी की छवि पर सवाल
Hyundai मोटर्स इंडिया देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है, जिसका मार्केट शेयर लगभग 15% है।
• लोकप्रिय मॉडल्स – i10, i20, Creta, Venue, Verna, Alcazar – भारतीय सड़कों पर आम नज़र आते हैं।
• कंपनी हमेशा किफ़ायत, भरोसा और क्वालिटी का वादा करती रही है।
लेकिन हाल ही में कई ग्राहकों ने शिकायत की है कि कुछ गाड़ियों में शुरुआती महीनों में ही इंजन और परफॉर्मेंस से जुड़ी खामियाँ सामने आ रही हैं।
FIR में Hyundai के मैनेजिंग डायरेक्टर, COO, डीलरशिप मालिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी शामिल किया गया है। आरोप है कि कंपनी को इन खामियों की जानकारी पहले से थी, लेकिन इन्हें छिपाकर गाड़ियाँ बेची गईं।
Bharatpur Rajsthan Legal Case 2025: कानूनी पहलू
Bharatpur Rajsthan Legal Case 2025: इस केस के तीन बड़े पहलू हैं:
- कंपनी की जिम्मेदारी: अगर कार में मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट है, तो यह सीधे कंपनी की गलती है।
- ब्रांड एंबेसडर की भूमिका: क्या विज्ञापनों में किए गए दावे भ्रामक थे? अगर हाँ, तो सेलिब्रिटी भी कानूनी दायरे में आ सकते हैं।
- उपभोक्ता अधिकार: Consumer Protection Act के तहत यह मामला ग्राहकों को मजबूत कानूनी सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
ब्रांड इमेज और मार्केट पर असर
Hyundai लंबे समय से भारतीय परिवारों में भरोसे का नाम रही है। लेकिन इस मामले से –
• कंपनी की ब्रांड वैल्यू को धक्का लग सकता है।
• ग्राहकों में विश्वास की कमी हो सकती है।
• और सबसे अहम, कंपनी की सेल्स पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
आगे की राह
• जांच: पुलिस FIR दर्ज कर चुकी है, अब जांच के बाद कोर्ट में सबूत और तकनीकी रिपोर्ट पेश होंगी।
• स्टार्स की प्रतिक्रिया: शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन उनका चुप रहना भी मीडिया और जनता की नज़र में सवाल खड़े कर रहा है।
• पूर्व उदाहरण: इससे पहले भी देश में सेलिब्रिटीज़ पर misleading ads को लेकर केस दर्ज हो चुके हैं। यह मामला एक नया precedent बन सकता है।
Bharatpur Rajsthan Legal Case 2025: निष्कर्ष:
भरतपुर से उठे इस मामले ने यह साफ कर दिया है कि अब सेलिब्रिटीज़ सिर्फ “चेहरा” नहीं बल्कि जिम्मेदार प्रतिनिधि भी माने जाएंगे। शाहरुख और दीपिका जैसे बड़े सितारों की एंडोर्समेंट ने Hyundai ब्रांड को करोड़ों भारतीयों तक पहुँचाया, लेकिन जब प्रोडक्ट पर सवाल उठते हैं तो उनकी छवि भी कटघरे में खड़ी हो जाती है।
यह सिर्फ एक गाड़ी की खराबी का केस नहीं है, बल्कि उपभोक्ता अधिकार, ब्रांड जिम्मेदारी और स्टारडम की सीमा – तीनों का संगम है। अब देखना होगा कि अदालत इस मामले में क्या फैसला सुनाती है और Hyundai तथा दोनों कलाकार इस चुनौती से कैसे निपटते हैं।
Bharatpur Rajsthan Legal Case 2025:
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